कान्हा झूलते झुलना, डोर यशोदा हाथ ,
खनक रहे हैं कंगना, फूल हँसे औ पात !
फूल हँसे औ पात , देखी छबि मनमोहिनी
कूल हँसे औ घाट , चन्द्र सजते रोहिणी !!
भादों की है रात , नन्द घर आये कान्हा
गोकुल गाँव प्रभात , हर्षित हैं देखि कान्हा ..तनुजा ''तनु ''
भादों की है रात , नन्द घर आये कान्हा
गोकुल गाँव प्रभात , हर्षित हैं देखि कान्हा ..तनुजा ''तनु ''
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