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Tuesday, January 28, 2014

  जनता के आगे नेता की ता ता थैया....  

 ता ता थैया ना करें तो वोट कहाँ से पावें. 
  सारे सुख के साधन और नोट कहाँ से पावें, 
  नोट कहाँ से पावें लगती जनता भोली भाली, 
  बिन जनता इनके आँगन कैसे मने दीवाली , 
   कहै तनु न  गायब होगा लोकतंत्र से लोक,  
   जनता बिन अपने नेता भोगें कैसे इहलोक

जुगाड़ जुगाड़ के अब तक ही तो नेता खाते आये 
अब न जगे तो बोलो इनको कैसे कौन जगाये 
इनको कैसे कौन जगाये भरता न सब्र का प्याला 
याद दिलाये कैसे इनको किस  किसका दें हवाला 
ध्यान रहे ये बहुत खा चुके अब न खाने पाये 
जुगाड़ करो अगले बरस ये नेता न बन पाये। ................ तनुजा ''तनु'' 



Sunday, January 26, 2014

चन्द्र ………………


चद्रमा कितना शीतल कितना प्यारा।   ये हर बच्चे को प्यारा  लगता है, रिश्तों में ये माँ का प्रतिनिधित्व करता है चौबीसों घटे ( बहुत छोटे बच्चे ) माँ हर बच्चे के पास रहती है.  माँ के पास बच्चे कितने सुरक्षित महसूस करते हैं , माँ के पास भावनाओं के बंधन हैं बच्चे को बांधने के लिए जिन बच्चों को माँ का भरपूर प्यार मिलता है सामाजिक आर्थिक और जीवन की अन्य विषमताओं को हंसते हंसते झेल जाते हैं यानि कि जन्म पत्रिका में आपके चन्द्र को मजबूत होना चाहिए।पता है चन्द्रमा के कमज़ोर होने पर क्या बीमारियां होती हैं कफ और पेट कि बीमारी ,माँ  से सम्बन्ध  अच्छे होंगे सुख शांति आपके पास होगी यानि चन्द्रमा अच्छा। सहानुभूति, सौभाग्य, सुन्दर कल्पनाशक्ति,कोमलता , भ्रमणशीलता और कोमल भावनाओं  में दयालुता भी देता है। अगर चद्रमा अच्छा है तो आपमें ये सब गुण होंगे। माँ  नानी ननिहाल सबका हाल  बता देता है चन्द्र,  मन की  बात भी बताता है चंद्रमा। मानसिक संतुष्टि और हमारी विचार प्रक्रिया भी यही निर्धारित करता है। इन सबके साथ जुड़ा है दिल जी हाँ दिल भी  ....




Saturday, January 25, 2014

नर हो कुछ करो………………


तस्वीर तो, फितरत का सही आइना नहीं ,
आज कुछ कर गुज़रो, तो बात बन जायेगी।

आया कल, गया कल, सभी जानते मगर ,
कुछ आज नया हो तो बात बन जायेगी।

जिंदगी हमेशा ही कहानी ही रही मगर ,
सन्देश अभी  कुछ हो तो बात बन जायेगी।

आई बहार ग़ुल  खिले हर जर्रे में महक है,
तुम भी महको महकाओ तो बात बन जायेगी।

मैं यूँ ही न कहूँ  दिल,  कि सभी हैं कहते ,
आओ खुशियाँ बिखेरो आज तो बात बन जायेगी।

बिगड़ी है बात तो बनाने चल पडो तनु,
आज है !!! आज ही करो तो बात बन जायेगी ! .......तनुजा ''तनु ''१६ ०३ २००८ 

Thursday, January 23, 2014

jyotish

 रिश्ते और ज्योतिष……।

सूर्य ……

ज्योतिष  में रिश्तों का बड़ा महत्व होता है।  परिवार में हर रिश्ता कीमती होता है। विशेष रूप से पिता ,का  कैसा लगता है जब पिता शाम को काम से घर लौटते हैं बच्चे कितने अरमान से उनका रास्ता देखते हैं।  वो कैसे हैं ? उनका व्यव्हार कैसा है ? घर में, घर       के लिए वे क्या क्या करते हैं ?   कुछ पापा तो बड़े गुस्से वाले होते है बच्चे और कई बार तो मम्मी भी डर  जाती है उनके व्यवहार  से लेकिन आपको मालूम है क्या कि पिता जिस ग्रह का प्रतिनिधित्व करते है   वो ग्रह है   सूर्य    कितनी सुन्दर बात कि  जो सारे  संसार को चलाता है  पिता  उसी सूर्य का प्रतिनिधित्व करते हैं। जैसे पापा जीवन के लिए महत्वपूर्ण है ठीक वैसे ही सूर्य हमारे लिए बहुत ज़रूरी  है सूर्य से हमें क्या मिलता है  विटामिन डी   सूर्य से हमारा आत्मबल मज़बूत होता है और  हमारी हड्डियां  ठीक रहती है  लीवर ठीक रहता है  और हमारे फैसले लेने  की  क्षमता अच्छी रहती है वाणी में ओज होगा और  आत्मविश्वास से हम काम करेंगे तो हमारा हर काम सही होगा जीवन में बच्चों के और खास तौर  पर बेटियों के पालन पोषण में पिता की  बडी  भूमिका होती है जिन बच्चों का  अपने पापा के साथ सम्बंध अच्छा होता है उनके मार्ग में बाधाएं नहीं होती उनकी त्वचा में चमक होती है उनमें भरपूर आत्मविश्वास होता है लड़कों को नोकरी में सफलता मिलती है  पद और प्रतिष्ठा में कमी  नहीं होगी  दूसरी ओर अगर बेटी है तो पिता का सानिध्य उसे विवाह में बाधाएं न आने देगा ससुराल अच्छी मिलेगी आत्मबल अच्छा रहेगा जीवन में संघर्ष न होगा    बेटा  हो या बेटी अगर पिता का साथ है उनका आशीर्वाद है   तो बच्चे के द्वारा लिए  गए निर्णय सही होंगे     

Wednesday, January 22, 2014

गणतंत्र के लिये.........

मंगल कामना गणतंत्र के लिये.........

 अबके गणतंत्र इस देश में, 
बड़ा बदलाव लायेगा  ...........
"आप" आये हैं आपके साथ 
बहुत कुछ बदल जायेगा ...........अबके गणतंत्र
निष्पक्ष शासन हो जायेगा, 
होंगी नीतियाँ सरल. 
सामूहिक नेतृत्व आयेगा, 
बहुत कुछ बदल जायेगा ......अबके गणतंत्र 
भ्रष्ट ओ अपराधी, 
न खा पायेंगे मेवा. 
जन जन भागीदारी से, 
जनता से संवाद बढ़ जायेगा... अबके गणतंत्र 
जो जन  आयेंगे आगे,  
होंगे निर्मल छबि वाले.
जाति ओ वंशवाद का,
नामो निशा न रह पायेगा.....अबके गणतंत्र
खास अब सुनने लगे,
 हैं आम की आवाज़.
खास को अब आम की,
 है  शक्ति का आभास .
लोकतंत्र ही लोकतंत्र छा जायेगा.
अबके गणतंत्र इस देश में बड़ा बदलाव लायेगा........... तनुजा 'तनु'    

Monday, January 20, 2014

सुविचार ................

सुविचार ................

नव प्रभात स्वर्णिम सबेरा, 
खिली हुई है कली कली.. 
नेक काम बनाये किस्मत, 
नीयत रहे भली भली.. 
पुण्य काम माँ बाप की सेवा, 
मथुरा काशी गली गली .. ..तनुजा ''तनु''

Thursday, January 16, 2014

संदेश

 कभी कभी अम्बर में ,
  दिवाकर और सुधाकर.. 
   ये संदेश देते हैं.. 
   इधर माँ का है नरम आँचल,
   उधर पथ के कांटे पिता बुहार देते है.. 
    सूर्य पिता है चन्द्र माँ है ,
   जब दोनों का हो साथ ,
    उत्साहित क्यों न  हो जीवन.. 
   ये बिरली सौगात ईश्वर,
    हमको यूं ही बांट देते हैं ..
    कामना में उठ रहे है हाथ 
      दुआओं के
   जिंदगी में जिंदगी भर
   रहे माता पिता का साथ  तनुजा ...'तनु''17 01 2014 

Saturday, January 11, 2014

बेदर्द ........

बेदर्द ........

न जाना पास उनके अपनी तकलीफें ले ले के,  
अनजाने दिखावे में अपना वो कुर्ता फाड़ लेते हैं. 
करते हैं  किनारा आपसे दुख और मुफलिसी में, 
बात और बेबात अपना वो पल्ला झाड़ लेते हैं .
न पकड़ना भली लंगोटी भागते भूत की अब तुम, 
गनीमत है वो सिर पर पैर रखकर भाग लेते हैं. 
इतना होने पर भी सदा रहती उनकी टांग है ऊँची, 
यहां वहां जहां तहां अपना वो  झंडा गाड़ लेते हैं.
हलवा और करेला गर हो उनके सामने रखा ,
अपने लिये  वो सदा ही हलवा छांट लेते हैं. 
पल्ले उनके अनजाने कभी कोई काम आ जाये,
बीमारी हो न हो कोई पकड़ वो खाट लेते हैं. 
गाये तराने दुख भरे दुनिया से क्या मतलब, 
मौसम कोई हो बजाते डफ गा फाग लेते हैं.
भला हो चोरों का जो करते काम उनके साथ ,
मिली मिलाई  जितनी रकम हो बांट लेते हैं ........तनुजा ''तनु'' 12 -11 -1974 

Thursday, January 9, 2014

भ्रम

ज्ञान पाये अंधा बनै ज्यों दीपक है घाम, 
पढ़े पढ़ाये पशु हुए  बुद्धि भ्रम की खान.. 

बुद्धि भ्रम की खान अंतर तनु समझ न आवै, 
शाकाहारी बनै श्वान और मानुष अन्न न खावै .......... तनुजा 'तनु' 

Wednesday, January 8, 2014

बंदगी





ये किताब नहीं मेरा दिल है ए दोस्त , 
के सिवा इस के मेरी बंदगी किसी से नहीं..........तनुजा 'तनु'

घर ,

ये घर ,
मकान
हो जाये तो कोई बात नहीं,
मुकाम
 न हो............
 कि कब आया.. कब गुज़रा, 
 कुछ
 पता न चला ............तनुजा 'तनु'