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Monday, June 21, 2021

 लम्हों में पूर 

घंटों की धड़कन 

कोरोना क्रूर ... ''तनु'' 

Sunday, June 20, 2021


यूँ जुदाई में  

देव हुई उदासी

पिया अमृत.....''तनु''

Thursday, June 17, 2021

जिद्दी ख़्वाहिशें

 


जिद्दी ख़्वाहिशें 
मिली नहीं सराय 
रुकी खुद में 


देखे न गए
 किरचियों से ख्वाब 
आँखों से खून 


बना दायरा 
सिमट बैठीं यादें 
 दिल अलाव 

''tanu''

Tuesday, June 15, 2021

मरी इच्छाएँ

 मरी इच्छाएँ

बिना किरदार के

कहानी ख़त्म  ... ''तनु''



Saturday, June 12, 2021

मुट्ठियाँ लहरा कर हवा में लगा रहे नारे हैं

मुट्ठियाँ लहरा कर हवा में लगा रहे नारे हैं;
उम्मीद में अच्छे दिनों की जगा रहे धारे हैं!

टालते जो हैं सवालों को वो देश के दुश्मन;
दिवस झुलसा जूझती रैना भगा रहे तारे हैं!

खौफ लेकर हम कज़ा का जीते जमाने में;
उठा जनाज़ा कहीं अर्थियाँ सजा रहे सारे हैं! 

तू तसल्ली दे, दिलासा दे, और दे दुआ बहुत;
मंज़िल की तरह हादसे क्यों ठहर रहे कारे हैं !

लोग फूलों के जैसे पर क्यों हाथों में है पत्थर;
लेकर मकसद अँधेरे का विधि के रहे मारे हैं!

कब ख़ुशी बाँटोगे तुम सदा ही घर जलाये हैं;
सब जला देंगे हाथों''तनु''जलते हुए अंगारे हैं !.....''तनु''


Sunday, June 6, 2021

मैंने सुंदर से ख्वाब ही चाहे

मैंने सुंदर से ख्वाब ही चाहे ;
फ़िर कहीं कुछ गुलाब ही चाहे ! 

जिंदगी से सवाल था मेरा ;
अच्छे से कुछ जवाब ही चाहे !

आदत बुरी, नहीं जफ़ा देखूँ ;
और ना कभी सराब ही चाहे !

रात दिन एक कर के मैंने तो ;
तने मुझमें खिताब ही चाहे !

अंधियारा कहीं नहीं देखूँ ;
 उजियारे बे-हिसाब ही  चाहे !

एक दरिया मिला मुझे मीठा ;
कौन धारे ख़राब ही चाहे !!

'तनु' इंतज़ार अभी ख़ुशी का है;  
कौन पागल अज़ाब ही चाहे !!..... ''तनु''


Thursday, June 3, 2021

ऐ ख़ुदा तूने इमान क्यों बदला मेरा

 ऐ ख़ुदा तूने इमान क्यों बदला मेरा;
 था तेरा ही, सामान क्यों बदला मेरा! 

राख में भी सो रही चिनगारियाँ थी;
लम्हा-लम्हा वीरान क्यों बदला मेरा!

ये सन्नाटा था मरासिम, मेहमां नहीं;
आदतन ख़ुश, ज़िन्दाँ क्यों बदला मेरा!

चेहरा यूँ फेर लेना क्या ज़रूरी था;
 तू नहीं तो, पासवान क्यों बदला मेरा!

परस्तिश में पारदारी चाहिये क्यूँ ;
इक  पल में अरमान क्यों बदला मेरा!

भीगती पलकें यादों की बौछारों से;
ज़मी था आसमान, क्यों बदला मेरा!

फिर वहीं लौट के जाना नहीं है ''तनु'';
रास्ता न था आसान क्यों बदला मेरा!.... ''तनु''

 


Wednesday, June 2, 2021

याद दिल से हमें किया होता

याद दिल से हमें किया होता; 
मिले जब मोड़ पर हँसा होता! 

जिंदगी तो सदा रही उसूल; 
तोड़ कुछ कायदे जिया होता! 

यह 
तकाज़ा वफ़ा निभाने का; 
प्यार में ख़ुद फ़ना किया होता!

एक हम ही निशां थे मंजिल के;
फिर पड़ाव न कहीं किया होता! 

ज़ाहिर है की दुआ सभी पाते;
रूह ग़र कुरआन किया होता !

कभी तुम ही नज़र मिला लेते;
''तनु'' दुआ सलाम ही किया होता!.... ''तनु'' 



Tuesday, June 1, 2021

हम तेरा एतबार करते रहे;

हम तेरा एतबार करते रहे;
इश्क़ को दाग़दार करते रहे !

दिल लगा करके एक मूरत से;
खुद को ही दिलफ़िगार करते रहे !

प्यार की राह में मिला धोखा;
फिर अकेले अस्फ़ार करते रहे !

चाँदनी में बिखर-बिखर कर हम;
चाँद को तार - तार करते रहे !

ज़ख्मे - दिल दर्द, खून के आँसू;
झूठ का कारोबार करते रहे!

और दुनिया में कौन था किसकी;
बंदगी बार - बार करते रहे!

ग़र्क़ होना भँवर में था लाज़िम;
दर्द को तलबग़ार करते रहे!

तू तो सच्ची ''तनु''आइने जैसी;
तोड़कर खार-खा करते रहे!.......''तनु''