तेरे बग़ैर किससे रूठूँ किसको मनाऊँ !
ख्वाहिशें कितनी सभी भूलूँ किसको जताऊँ !!
बेज़ार हैं गुल और चिड़ियों की चहक नहीं , ,,
कैसे वीणा तार छेड़ूँ किसको सुनाऊँ !! ... ''तनु''
तेरे बग़ैर किससे रूठूँ किसको मनाऊँ !
ख्वाहिशें कितनी सभी भूलूँ किसको जताऊँ !!
बेज़ार हैं गुल और चिड़ियों की चहक नहीं , ,,
कैसे वीणा तार छेड़ूँ किसको सुनाऊँ !! ... ''तनु''
हुई कहाँ जाने की लो जी सुबह सुबह तैयारी ??
गजानना आओ सजा रखी है मोदक की थारी ,
और कहीं की करना ना तुम जाने की तैयारी , ,,
भोग लगाओ मोदक तो आये हमरी भी बारी !!... 'तनु'