घूँट गम के कभी पिये होते ,
होंठ हर हाल तो सिये होते !
कोई इतना भी तो न था मुश्किल,
दर्द सहकर कभी जिये होते !
लफ्ज़ दिल के आर पार होते हैं,
सोच समझ कर कह लिये होते !
जो चुभी बात तीर के जैसी,
देर बाद कुछ कह लिये होते !
वक्त ये नहीं किनारा करने का,
साथ कभी तो बह लिये होते !
जिंदगी छोटी, शिकायतें लम्बी,
बिन कहे भी तो रह लिये होते !
दर किनार करते ख़ुशी अपनी,
मुझको अपना कह लिये होते !!
मिल बैठ 'तनु' कही सुनी होती,
दर्द के पहाड़ ढह लिये होते !..... ''तनु''
No comments:
Post a Comment