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Monday, April 26, 2021

सादगी थी जलाल था, क्या था ?


सादगी थी  जलाल था, क्या था ?
नूर का वो  जमाल था, क्या था ? 

आँख से मय, लब मिसरी, उसके, 
थी नज़ाकत, कमाल था, क्या था ?

बेहिसाब इश्क़ के हिसाबों का,  
लम्हा लम्हा गुलाल था, क्या था ? 

ख़ुश्क प्याले शराब थे साहिब ,
एक आलम मिसाल था, क्या था ? 

पुरसुकूं मंजर था निगाहों में ,
ख़ुद ख़ुदा ही इक़बाल था, क्या था ?  

जाने इतने सवाब कब होंगे ,
दाव था  बहरहाल था, क्या था ?

रंग निखरा रहा जवा दिल का, 
के ज़मीर बेमिसाल था, क्या था ? 

क्यों जियादा जिया ज़ियारत में, 
नेक ही तनु  ख़याल था,  क्या था ? .... ''तनु''

 


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