कोई अपनी चला नहीं सकता,
मौत, जीवन भुला नहीं सकता !
मौत तो, जैसे पाँव अंगद का !
कोई रावण हिला नहीं सकता !!
वो जहां से चला गया देखो , ,,
कोई उसको बुला नहीं सकता !! .... ''तनु''
मौत, जीवन भुला नहीं सकता !
मौत तो, जैसे पाँव अंगद का !
कोई रावण हिला नहीं सकता !!
वो जहां से चला गया देखो , ,,
कोई उसको बुला नहीं सकता !! .... ''तनु''
No comments:
Post a Comment