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Sunday, July 5, 2020

शोहरत थोड़ी सी


शोहरत थोड़ी सी मिल गयी, बहुत है मग़रूर होने को!
कभी भी फिसलके गिरने को, सारा ग़ुरूर खोने को!!
नींद खोकर बेचैन होकर, बनते खेल खिलौनो से, ,,
देखिये तरक़ीबें हैं कई, यहाँ मशहूर होने को !!... ''तनु''

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