आती जाती राह है, मंज़िल तू मत छोड़ !
जिंदगी अंक गणित है, ग़म कम कर सुख जोड़ !!
ग़म कम कर सुख जोड़, ख़ुशी के बाग़ लगा ले, ,,
अंधी जग की दौड़, घात से इसे बचा ले !
इस चातक की प्यास, बुझाये बूँद जो स्वाति !
निश्छल है मन आस, वह ही काम है आती !!... ''तनु''
जिंदगी अंक गणित है, ग़म कम कर सुख जोड़ !!
ग़म कम कर सुख जोड़, ख़ुशी के बाग़ लगा ले, ,,
अंधी जग की दौड़, घात से इसे बचा ले !
इस चातक की प्यास, बुझाये बूँद जो स्वाति !
निश्छल है मन आस, वह ही काम है आती !!... ''तनु''
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