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Tuesday, July 14, 2020

आती जाती राह है,

आती जाती राह है,              मंज़िल तू मत छोड़ !
जिंदगी अंक गणित है,   ग़म कम कर सुख जोड़ !!
ग़म कम कर सुख जोड़,  ख़ुशी के बाग़ लगा ले, ,, 
अंधी जग की दौड़,             घात से इसे बचा ले !
इस चातक की प्यास,      बुझाये बूँद जो स्वाति ! 
निश्छल है मन आस,       वह ही काम है आती !!... ''तनु''










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