याद दिल से हमें किया होता;
मिले जब मोड़ पर हँसा होता!
मिले जब मोड़ पर हँसा होता!
जिंदगी तो सदा रही उसूल;
तोड़ कुछ कायदे जिया होता!
यह तकाज़ा वफ़ा निभाने का;
प्यार में ख़ुद फ़ना किया होता!
एक हम ही निशां थे मंजिल के;
फिर पड़ाव न कहीं किया होता!
ज़ाहिर है की दुआ सभी पाते;
रूह ग़र कुरआन किया होता !
कभी तुम ही नज़र मिला लेते;
''तनु'' दुआ सलाम ही किया होता!.... ''तनु''
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