Labels

Saturday, October 17, 2015

बेटी रो सुख 

कणी री बेटी अगर थारा घरे दुखी वेगा !
थारी बेटी भी क्यों कर कठे सुखी वेगा !!
आस्था प्यार विश्वास है जीवन रा आधार , ,,
वठेज स्नेह सनी फलां री डाली भी झुकी वेगा !! .... तनुजा ''तनु ''

No comments:

Post a Comment