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Thursday, October 8, 2015

एक जिंदादिल ख्वाब 

ख्वाब के सितारे मिट गए ;
रंग ये   चुरा गिरगिट गए !!

तान कर सिंदूरी चादरें ;
सूरज संग दिन लिपट गए !!

चल पड़ी राह ये जिंदगी ;
दर्द के एहसास' घट गए !!

अंधियारा डर' के भागता ;
जात अपनी में सिमट गए !!

सोच कर उस जमीं चाँद है ;
रास्ते से परबत भी हट गए !!

मोअत्तर हुआ है जहान भी ;
गुल भी   हवा से लिपट गए !!

खेलना   साथ में    आस के ;      
अब यहाँ   पासे पलट गए  !!.... तनुजा ''तनु ''

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