ये वक्त है जो बदलने की कसम खाये हुए ;
है बहारों का जिक्र कभी खंज़र उठाये हुए!
ये तूफां दिल का, ये हवाओं की भी बेरुखी , ,,
यहाँ बियाबाँ ही बियाबाँ हैं नज़र आये हुए !!..तनुजा ''तनु ''
है बहारों का जिक्र कभी खंज़र उठाये हुए!
ये तूफां दिल का, ये हवाओं की भी बेरुखी , ,,
यहाँ बियाबाँ ही बियाबाँ हैं नज़र आये हुए !!..तनुजा ''तनु ''