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Friday, March 29, 2019

ये वक्त है जो बदलने की कसम खाये हुए ;
है बहारों का जिक्र कभी खंज़र उठाये हुए!
ये तूफां दिल का,  ये हवाओं की भी बेरुखी , ,,
यहाँ बियाबाँ ही बियाबाँ हैं नज़र आये हुए !!..तनुजा ''तनु ''

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