Labels

Thursday, January 16, 2014

संदेश

 कभी कभी अम्बर में ,
  दिवाकर और सुधाकर.. 
   ये संदेश देते हैं.. 
   इधर माँ का है नरम आँचल,
   उधर पथ के कांटे पिता बुहार देते है.. 
    सूर्य पिता है चन्द्र माँ है ,
   जब दोनों का हो साथ ,
    उत्साहित क्यों न  हो जीवन.. 
   ये बिरली सौगात ईश्वर,
    हमको यूं ही बांट देते हैं ..
    कामना में उठ रहे है हाथ 
      दुआओं के
   जिंदगी में जिंदगी भर
   रहे माता पिता का साथ  तनुजा ...'तनु''17 01 2014 

No comments:

Post a Comment