Labels

Monday, August 29, 2016


ओस 

क्यों दर्द सह कर दिए तुमने ये ओस के मोती ,
थोड़ी सी हवा और धूप में खोते ओस के मोती !
दे जाते इक दृढ़ इच्छा शक्ति मानव मन को , ,,
हैं अमर कभी खोकर न खोते ओस के मोती !!.. तनुजा ''तनु ''

No comments:

Post a Comment