Labels

Saturday, August 27, 2016



कान्हा झुलना झूलते,  डोर यशोदा हाथ , 
मुस्का पलकें मूँदते,  मृदुल सलोना गात !
मृदुल सलोना गात , देखी छबि मनमोहिनी ,
हरषे कुंज निकुंज , चन्द्र सजते रोहिणी !! ..तनुजा ''तनु ''

No comments:

Post a Comment