Labels

Monday, August 1, 2016





 मांगे बिना न दीजिये ,     कभी कोई सलाह,
 पता नहीं अपमान की,  कब खुल जाए राह !
 अपनी बात तब रखिये जब सन्मुख हो चाह ,
 वाह वाह ही पाइये,     चाहे कोई राह !! ..तनुजा ''तनु''

No comments:

Post a Comment