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Friday, March 20, 2020

आपको जब तलक छुआ ना था !


कोरोना अब तलक हुआ ना था !

आपको जब तलक छुआ ना था !!

कैसे साँसों में हरारत आयी !

ताप ने आपको छुआ ना था !!

घुस गया कैसे पेट में जा कर !

गोया वायरस था, पुआ ना था !!

जैसे साँसे गयीं और दिल डूबा !

ऐसा तो अब तलक हुआ ना था !!

वो क़यामत सुबह शामों की !

करने वाला कोई दुआ ना था !!

कैसी नादानियाँ करे पापी !

काँपता जो उसका रुआं ना था !!

मुतमइन हो के सब को लील गया !

दाँव पक्का ही था जुआ ना था !!

नापते चाहतें हदें उसकी !

वो मुआ, अतर मजमुआ ना था !!

लो ये कैसा बना है दीवाना !

मौत रटता रहा , सुआ ना था !!... ''तनु''

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