छुपता छुपाता, गुनहगार हो गया !
माह बिन मौसम बीमार हो गया !!
यूँ रहा रोता, दिल शिकस्ता रहा !
वो इमां था, तार तार हो गया !!
मुस्कुराता था अर्श पर फाँक सा !
एक दिल ये मेरा हज़ार हो गया !!
बे भरोसा नहीं, बादल भी नहीं !
बहुत रूमानी, बेशुमार हो गया !!
कोशिशें कितनी जुल्मी ना बना !
दिल दिल ना रहा एतबार हो गया !!
एक रंग हो उसका तो बताऊँ मैं !
''तनु'' रंगों को ले नौबहार हो गया !!... ''तनु''
माह-चाँद
दिल दिल ना रहा एतबार हो गया !!
एक रंग हो उसका तो बताऊँ मैं !
''तनु'' रंगों को ले नौबहार हो गया !!... ''तनु''
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