इस जहां को बहार दे जाओ,
तार छेड़ो झनकार दे जाओ !
जिंदगी ख्वाब ही न हो जाये,
तार छेड़ो झनकार दे जाओ !
जिंदगी ख्वाब ही न हो जाये,
कोई मुनासिब सार दे जाओ !
चह चहाता नहीं घरौंदा क्यूँ ,
तुम्ही तिनके उधार दे जाओ !
खो गया है सबर करार कहीं,
चह चहाता नहीं घरौंदा क्यूँ ,
तुम्ही तिनके उधार दे जाओ !
खो गया है सबर करार कहीं,
कुछ ख़ुशी प्यार यार दे जाओ !
आओगी कब मिलने मिलाने को,
दाना दुनका पुचकार दे जाओ !
क्या कहें जो उदास बैठेंगे,
एक चिड़िया करतार दे जाओ !
चहचहाते किस्से हों जिसमें,
वो पुराना अखबार दे जाओ !.... ''तनु''
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