आशा के गाँव
गूँजती शहनाई
बंधे घुँघरू
मधुर गूँज
कलरव प्रभात
आये प्रवासी
बड़ी उम्मीद
उकेरे शब्द हरे
धरा कागज़
कच्चा सा धागा
रिश्ते नाते बिखरे
छूटी उम्मीद
गूँजती शहनाई
बंधे घुँघरू
मधुर गूँज
कलरव प्रभात
आये प्रवासी
बड़ी उम्मीद
उकेरे शब्द हरे
धरा कागज़
कच्चा सा धागा
रिश्ते नाते बिखरे
छूटी उम्मीद
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