पापों की शीत
प्रभाकर पुनीत
फैलेगी प्रीत
खोई खोई सी
किरण की दुनिया
शीत प्रहरी
सर्द सुबह
आदित्य पढ़ते हैं
ओस आखर
गलबहियाँ
मकर संक्रांति में
ग्रीष्म शीत की
सूरज सम
रख मोती ओस का
रजनी सोई
शीत शर्बरी
अरुणिम किरण
हरे संताप
ओस की बूँदें
विभावरी रचती
मोती प्रभात…
प्रभाकर पुनीत
फैलेगी प्रीत
खोई खोई सी
किरण की दुनिया
शीत प्रहरी
सर्द सुबह
आदित्य पढ़ते हैं
ओस आखर
गलबहियाँ
मकर संक्रांति में
ग्रीष्म शीत की
सूरज सम
रख मोती ओस का
रजनी सोई
शीत शर्बरी
अरुणिम किरण
हरे संताप
ओस की बूँदें
विभावरी रचती
मोती प्रभात…
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