Labels

Thursday, January 8, 2015

कायनात है अक्स उसका सम्हालो इसको ,
जर्रे से कर  प्यार निखारो उजालो  इसको ,
साँस साँस से संवरी है ये शाम सुरमई !!!
जीवन सा जियो यारों  ना  उजाड़ो इसको ,.... ''तनु ''

No comments:

Post a Comment