रोज़ थोथी जा रही है!
नाम जिसका जिंदगी है!!
रात बीती चाँद नहीं था !
आँख में अटकी नमी है!!
बिन पढ़ी कितनी बची है!
जिंदगी पुस्तक नयी है!!
शूल कितने फूल कितने!
महकती चुभती हुई है!!
समझती समझाइशें हैं!
उलझ उलझ सुलझी हुई है!!
दिलबर बिना खो गयी ख़ुशी !
नाम गोया बन्दगी है!!
राह में ग़म धूल कितनी!
डगर ''तनु'' छोटी नहीं है !!.... ''तनु''
राह में ग़म धूल कितनी!
डगर ''तनु'' छोटी नहीं है !!.... ''तनु''
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