कितनी काली रात है ?
कैसी ये शुरुआत है ?
श्वेत वसन काले करम,
यही आज सौगात है ?
'मत' अभी जीवन उनका !
लुटेरों की बरात है !!
रोज उड़ाते दावतें,
उनकी क्या औकात है ?
लूट गरीबी भुखमरी !
लोकतंत्र की मात है!!
खोया दिल ने चैन है!
चुपके चुपके घात है !!
हम चौड़े सँकरी गली !
कितने "तनु" कुख्यात हैं !!.... "तनु"
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