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Wednesday, September 11, 2019

कितनी काली रात है ?


कितनी काली रात है ?
कैसी ये शुरुआत है ?

श्वेत वसन काले करम, 
यही आज सौगात है ? 

'मत' अभी जीवन उनका !
लुटेरों की बरात है !!

रोज उड़ाते दावतें,  
उनकी क्या औकात है ? 

लूट गरीबी भुखमरी !
लोकतंत्र की मात है!!

 खोया दिल ने चैन है!
चुपके चुपके घात है !!

 हम चौड़े सँकरी गली !
कितने "तनु" कुख्यात हैं !!.... "तनु"









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