भादों बरसे बदरिया, ऐसा किया धमाल,
घोर घटा ने बरस कर, बुरे कर दिये हाल
बुरे कर दिये हाल,तोड़ सभी करार रही,
भूल गयी व्यवहार, कभी मधुर बयार रही!!
जगत करे संताप, रवि बिन न सूखे कादो
चढ़ा करारा ताप, बदरिया बरसे भादों!!-----"तनु"
घोर घटा ने बरस कर, बुरे कर दिये हाल
बुरे कर दिये हाल,तोड़ सभी करार रही,
भूल गयी व्यवहार, कभी मधुर बयार रही!!
जगत करे संताप, रवि बिन न सूखे कादो
चढ़ा करारा ताप, बदरिया बरसे भादों!!-----"तनु"
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