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Sunday, September 1, 2019

भीड़ जुटा राज कर ले

 भीड़ जुटा राज कर ले, बन जा नुगरा संत ;
ले झूठी दरियादिली, , आग लगा निर्बंध !
आग लगा निर्बंध, जितना गिर सके गिर जा ;
डरा दीन ईमान, बेबस साँच से भिड़ जा !!
पर इतना तू जान, इक दिन तरसे तू नीड़  ;
आज बेच ईमान, चाह जितनी जुटा भीड़  !!... ''तनु''

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