कभी तो आ तू मेरी नींद से पहले !
रहके इंतज़ारी में कभी तू भी दहले !!
रोज़ कयामत की बात करता है क्यों !
क़यामत रोज़ है तेरे आने से पहले !!
क़यामत रोज़ है तेरे आने से पहले !!
सुनसान रास्तों पर मकां चुप से हैं !
अरमां जलते तिश्नगी बढ़ने से पहले !!
घर दीवार-ओ-दर शल हुए राह तक के !
कि दिल की बात कोई कैसे दिल से कह ले !!
जुगनू सूरज ढूँढते कुछ शाखों पर सोगए !
चांदनी चाँद में सोयी सहर होने से पहले !!..... तनुजा ''तनु ''
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