जब कभी दर्द का साया ;
तेरे स्नेह की मिली छाया !
आज जब तू पास नहीं माँ ,
सदा अपने पास ही पाया!!
याद तो सागर है गहरा ;
कब लगा उस पर पहरा !
हर पल याद आते हो , ..
चाहे सबा हो चाहे सहरा!! ..
तेरे स्नेह की मिली छाया !
आज जब तू पास नहीं माँ ,
सदा अपने पास ही पाया!!
याद तो सागर है गहरा ;
कब लगा उस पर पहरा !
हर पल याद आते हो , ..
चाहे सबा हो चाहे सहरा!! ..
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