Labels

Saturday, October 22, 2016





कैसे कह दूँ बात मैं  ,  छुपे नहीं जज्बात  !
नैनों को मैं मीच लूँ ,  कहीं करदे न घात  !!

छुपती है हर बात ना, मन की खोले पोल , 
कह ना पाऊँ शरम से, काँप रहा है गात  !! ..  तनुजा ''तनु ''





No comments:

Post a Comment