कड़वे बोल सुनाय के, हुए करेला आप !
मनवा विष मत घोलिये , मैं हूँ आम जनाब !!
कड़वे बोल सुनाय के, हुए करेला आम !
मन में विष हैं घोलते, हुई कीमत छदाम !!
सबद करेला हो गए, मिसरी जात बहार !
बात बात पर हो रही , कैसी जंग अपार !!
नित्य करेला खाइये, सेहत रहती ख़ूब !
हरी चाय भी पीजिये, दूर भगाये ऊब !!... ''तनु''
मनवा विष मत घोलिये , मैं हूँ आम जनाब !!
कड़वे बोल सुनाय के, हुए करेला आम !
मन में विष हैं घोलते, हुई कीमत छदाम !!
सबद करेला हो गए, मिसरी जात बहार !
बात बात पर हो रही , कैसी जंग अपार !!
नित्य करेला खाइये, सेहत रहती ख़ूब !
हरी चाय भी पीजिये, दूर भगाये ऊब !!... ''तनु''
No comments:
Post a Comment