तुम्हारी याद के ज़ख़्म भर दे कोई !
तुझे याद न करूँ एसा कर दे कोई !!
सुबह की आँखों में आँसू का कतरा !
मेरी दुआ अपना भी असर दे कोई !!
कैसी क़ुर्बत अजनबी भी दिखे अपना !
मेरी नज़रों को ऐसी नज़र दे कोई !!
लब सिले मेरे गीतों को सहारा नहीं !
फ़ज़ा में नग़मे हों ऐसी डगर दे कोई !!
कहाँ जी का क़रार , मुहब्बत की मैंने !
''तनु'' जा के उसे जफ़ा का ज़रर दे कोई !!... ''तनु''
तुझे याद न करूँ एसा कर दे कोई !!
सुबह की आँखों में आँसू का कतरा !
मेरी दुआ अपना भी असर दे कोई !!
कैसी क़ुर्बत अजनबी भी दिखे अपना !
मेरी नज़रों को ऐसी नज़र दे कोई !!
लब सिले मेरे गीतों को सहारा नहीं !
फ़ज़ा में नग़मे हों ऐसी डगर दे कोई !!
कहाँ जी का क़रार , मुहब्बत की मैंने !
''तनु'' जा के उसे जफ़ा का ज़रर दे कोई !!... ''तनु''
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