Labels

Friday, September 21, 2018


विधना विषमय बेल को, मत दीजे आधार !

ये फैले तो अमि हरे, मर जाये संसार !!  'तनु'

डसती  हैं नाकामियां,  बनकर काले नाग!
दुखी मन से आह भरूं,   कैसे खेलूँ फाग!! 'तनु'

No comments:

Post a Comment