ओ मेरी आशा और विश्वास के साथी
हुए गरल के खाली प्याले,
निगले कितने सूखे निवाले !
तुम्हारी परख की आ गयी है आज बारी !!
तूफ़ान देखो शांत हो गया,
सबसे बड़ा इंसान हो गया !
पल में जिसने मिटा दी दुखों की सृष्टि सारी !!
मत कभी विश्वास तोड़ो,
बोलता इतिहास पढ़ लो !
मन की कर न पाया हो कोई भी विध्वंसकारी !!... ''तनु''
ये है मंज़िल तुम्हारी !
बहुत चले अभी रुको तुम ,
बहुत चले अभी रुको तुम ,
ग़म में जले अभी बुझो तुम !
ज़िन्दगी की राह प्यारी अब नहीं संघर्ष भारी !!
ज़िन्दगी की राह प्यारी अब नहीं संघर्ष भारी !!
हुए गरल के खाली प्याले,
निगले कितने सूखे निवाले !
तुम्हारी परख की आ गयी है आज बारी !!
तूफ़ान देखो शांत हो गया,
सबसे बड़ा इंसान हो गया !
पल में जिसने मिटा दी दुखों की सृष्टि सारी !!
मत कभी विश्वास तोड़ो,
बोलता इतिहास पढ़ लो !
मन की कर न पाया हो कोई भी विध्वंसकारी !!... ''तनु''
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