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Monday, October 21, 2019

इक लम्हा जिंदगी का निशाँ हुआ !

इक लम्हा जिंदगी का निशाँ हुआ !
मेरा ये दिल लगता आस्माँ हुआ !!

दरख्तों पर आ गए परिंदे कुछ !
सबने देखा सुंदर आशियाँ हुआ !!

रखिये सलामत घर की दीवारें !
इन्ही के कारण ये सायबाँ हुआ !!

प्यार से रहिये घर और बाहर !
जुड़कर चलते तभी कारवाँ हुआ !!

प्यार को प्यार से सँवारोगे तो !
तारे उतरें आसमा जहां हुआ !!

खुशियों की बहार आई सुनिये !
कलियाँ हँस रही यही बयाँ हुआ !!

तन्हाइयाँ रूठें तो रूठ जाने दो !
ये जलवा जाने अभी यहाँ हुआ !!... ''तनु''

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