मीठी मीठी प्यारी बातें!
दे दे फिर से वो सौगातें !!
तितली से उड़ते उड़ते दिन, ,,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें!!
छुप्पम छैया पकड़म पाटी,
खेल खिलौने आटा बाटी !
झूठ की रोटी - पानी झूठ , ,,
बात बात पर गये जो रूठ !!
कैसा मज़हब कैसी जातें,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें!
रोऊँ तो माँ गोद उठाले,
आँचल भरले मुझे सुलाले!
मेरे मन मंदिर में माँ है , ,,
बगिया में गुलाब महका है !
सुंदर हैं बचपन की यादें,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें!
मिट्टी गारे में खेल खेलना,
चोरी और चिरौरी करना!
सबने जीया अपना बचपन, ,,
अलग संसार अपना बचपन !
बचपन बच्चे सबको भाते,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें !
जब-जब भी ज़हन मे आती हैं,
दे दे फिर से वो सौगातें !!
तितली से उड़ते उड़ते दिन, ,,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें!!
छुप्पम छैया पकड़म पाटी,
खेल खिलौने आटा बाटी !
झूठ की रोटी - पानी झूठ , ,,
बात बात पर गये जो रूठ !!
कैसा मज़हब कैसी जातें,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें!
रोऊँ तो माँ गोद उठाले,
आँचल भरले मुझे सुलाले!
मेरे मन मंदिर में माँ है , ,,
बगिया में गुलाब महका है !
सुंदर हैं बचपन की यादें,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें!
मिट्टी गारे में खेल खेलना,
चोरी और चिरौरी करना!
सबने जीया अपना बचपन, ,,
अलग संसार अपना बचपन !
बचपन बच्चे सबको भाते,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें !
जब-जब भी ज़हन मे आती हैं,
इक सिहरन सी दे जाती हैं!
बचपन बोल कहाँ चला गया , ,,
मेरा अन्तस क्यों छला गया !
चोरी चोरी जाते जाते,
दिल नन्हा सा लम्बी रातें !.... ''तनु''
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