सोमेश को विवाह की पहली वर्षगाँठ पर
ऐ ................
चाँद लेकर भागते हो
वो.
वो तो अब तुम्हारा ही है
अरमानों के उमड़ते समंदर में ,
मोती हैं उजले धुले
जैसे उस चाँद के पीछे
ढेर से सितारे चले
उठा लो मोती सजा दो तारे
हो जाएँ आसमाँ और समंदर रीते
शुभ आशीष है मेरा
जिंदगी प्यारी प्यारी बीते। ...........05 07 2009 ................ तनुजा ''तनु''
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