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Thursday, February 27, 2014

भोले

मुक्तक 


भोले की निगाह हम पर रहे

भक्त जय जय कार कर रहे
सदा ये कामना रहे हमारी
शिवम् छाया  हम पर रहे

मैं चाँद सितारों से बात कर लूँगा
आई है बहार बहार को सजा लूंगा
तुम  खुद  खूब सजे धजे  रहना
मैं खुदा  को साथ रख लूंगा 

वो आये हैं नज़रें झुकाये हुए
हम  हैं उनके नाज़ उठाये हुए
क्यों अब वो कुछ कहते नहीं
हम ही हम हैं सुनाये  हुए

क्यों आज हैं सुमन मुरझाये हुए
तप्त सूरज पात भी झुलसाये हुए
इन्हे तो है छाँव की दरक़ार
याद उनकी अगन है लगाए हुए..''तनु''





      

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