मुक्तक
भोले की निगाह हम पर रहे
भक्त जय जय कार कर रहे
सदा ये कामना रहे हमारी
शिवम् छाया हम पर रहे
मैं चाँद सितारों से बात कर लूँगा
आई है बहार बहार को सजा लूंगा
तुम खुद खूब सजे धजे रहना
मैं खुदा को साथ रख लूंगा
वो आये हैं नज़रें झुकाये हुए
हम हैं उनके नाज़ उठाये हुए
क्यों अब वो कुछ कहते नहीं
हम ही हम हैं सुनाये हुए
क्यों आज हैं सुमन मुरझाये हुए
तप्त सूरज पात भी झुलसाये हुए
इन्हे तो है छाँव की दरक़ार
याद उनकी अगन है लगाए हुए..''तनु''
भोले की निगाह हम पर रहे
भक्त जय जय कार कर रहे
सदा ये कामना रहे हमारी
शिवम् छाया हम पर रहे
मैं चाँद सितारों से बात कर लूँगा
आई है बहार बहार को सजा लूंगा
तुम खुद खूब सजे धजे रहना
मैं खुदा को साथ रख लूंगा
वो आये हैं नज़रें झुकाये हुए
हम हैं उनके नाज़ उठाये हुए
क्यों अब वो कुछ कहते नहीं
हम ही हम हैं सुनाये हुए
क्यों आज हैं सुमन मुरझाये हुए
तप्त सूरज पात भी झुलसाये हुए
इन्हे तो है छाँव की दरक़ार
याद उनकी अगन है लगाए हुए..''तनु''
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