कैद ये कैसी रही, उम्मीद भी रोने न दे !
आस थी ऐसी की तेरी दीद भी रोने न दे !!
प्यार लौटाना इन बुतों की फितरत में नहीं !
दिल ये पत्थर बन गया मुरीद भी रोने न दे !!
दामन में खुशियाँ लिए हम भी बहुत मग़रूर थे !
रंज की तासीर भी रही खरीद भी रोने न दे !!
ऐ नसीब बनाने वाले गर्दिशे तकदीर देख !
ऐ नसीब बनाने वाले गर्दिशे तकदीर देख !
बेतरह बिगड़ी तस्वीर फ़हमीद भी रोने न दे !!..
जब ख़ुशी देनी न थी क्यों ख्वाब आँखों को दिये !
अब खुली जब आँख तो तनक़ीद भी रोने न दे !!..
शम्स ना तारा न जुगनू अदना बहुत किरदार से !
दर पे तेरे आ पड़ा दिल मुफीद भी रोने न दे !!
शम्स ना तारा न जुगनू अदना बहुत किरदार से !
दर पे तेरे आ पड़ा दिल मुफीद भी रोने न दे !!
क़ासिद मेरे ,तू कभी पैगाम लाये तो पढूँ !
ख़त लिखेगा वो मुझे क्या ? ताकीद भी रोने न दे !!... तनुजा ''तनु"
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