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Wednesday, May 11, 2016




ख्वाब झूठा, आँखों में आँसू भूला एहसासों को ;
यादें आ कर दिल दुखाती बढाती रहीं बाँसों को !
अंधा सफर चुपचाप कट जाएगा छोड़ जीस्त को, ,,,
झुठलाता रहा हूँ मैं  चुभते नश्तर से आभासों को !!... तनुजा ''तनु''

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