Labels

Saturday, May 7, 2016

कौन है वो ??

भोर की किरण ने छेड़ा होगा ;
सूरज ने साथ फिर दिया होगा !

आ गयी नन्ही धूप आँगन में ;
धीरे से मुट्ठी को खोला होगा !

थाम कर किसी पेड़ की टहनी को ;
उछल  फिर फुनगी पर चढ़ा होगा !

यहाँ से उस लाल फूल की तरह ;
उसने अँखियों को तरेरा होगा !

कितना डर कि आँख का गुस्सा ;
मुरझाई  दूब में सो गया होगा !

हो गयी परछाइयाँ खूब लम्बी ;
फैला टांगों को अलसाया होगा !

फिर उतर कर किसी सागर में ;
गहरी नींद में सो रहा होगा !!..... तनुजा ''तनु ''



No comments:

Post a Comment