कौन है वो ??
भोर की किरण ने छेड़ा होगा ;
सूरज ने साथ फिर दिया होगा !
आ गयी नन्ही धूप आँगन में ;
धीरे से मुट्ठी को खोला होगा !
थाम कर किसी पेड़ की टहनी को ;
उछल फिर फुनगी पर चढ़ा होगा !
यहाँ से उस लाल फूल की तरह ;
उसने अँखियों को तरेरा होगा !
कितना डर कि आँख का गुस्सा ;
मुरझाई दूब में सो गया होगा !
हो गयी परछाइयाँ खूब लम्बी ;
फैला टांगों को अलसाया होगा !
फिर उतर कर किसी सागर में ;
गहरी नींद में सो रहा होगा !!..... तनुजा ''तनु ''
भोर की किरण ने छेड़ा होगा ;
सूरज ने साथ फिर दिया होगा !
आ गयी नन्ही धूप आँगन में ;
धीरे से मुट्ठी को खोला होगा !
थाम कर किसी पेड़ की टहनी को ;
उछल फिर फुनगी पर चढ़ा होगा !
यहाँ से उस लाल फूल की तरह ;
उसने अँखियों को तरेरा होगा !
कितना डर कि आँख का गुस्सा ;
मुरझाई दूब में सो गया होगा !
हो गयी परछाइयाँ खूब लम्बी ;
फैला टांगों को अलसाया होगा !
फिर उतर कर किसी सागर में ;
गहरी नींद में सो रहा होगा !!..... तनुजा ''तनु ''
No comments:
Post a Comment