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Thursday, September 8, 2016




राधिके , ... 

प्यारी मोहन राधिके ,  हिय में बसै हमार,
मन तोहे समर्पित है ,   जाप  हजारों बार !
जाप हजारों बार,  तुम ही मोहन मन बसी !
चाकरी जी लगाय,  चरनन में है मति रची !!  
मोहे राधा मोह ,      मेरे मना गति न्यारी !
सहूँ कैसे बिछोह,   राधिके मोहन प्यारी !!... ''तनु ''




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