राधिके , ...
प्यारी मोहन राधिके , हिय में बसै हमार,
मन तोहे समर्पित है , जाप हजारों बार !
जाप हजारों बार, तुम ही मोहन मन बसी !
चाकरी जी लगाय, चरनन में है मति रची !!
मोहे राधा मोह , मेरे मना गति न्यारी !
सहूँ कैसे बिछोह, राधिके मोहन प्यारी !!... ''तनु ''
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