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Friday, September 9, 2016





आपणी आपणी बोली तो सगळा ने प्यारी है ;

पण म्हारी मालवी तो सगळा से न्यारी है !

काका दादा भाभी जीजी बेन भई ओ मामा , 
,,
थां से म्हासे सगळा से सजी या फुलवारी है !! ''तनु ''

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