सिहर उठते हैं ठंढ बिन, देख -- ऐसा जगत व्यवहार ?
जाने कहाँ से आया है, ,, जन - मानुष में ये कदाचार ?
कौन बताए राह, ,, और कौन पंथ के शूल हटाये ??
जिससे सुखद सलोना जीवन हो पावन हो आचार, ,,
जाने कहाँ से आया है, ,, जन - मानुष में ये कदाचार ?
कौन बताए राह, ,, और कौन पंथ के शूल हटाये ??
जिससे सुखद सलोना जीवन हो पावन हो आचार, ,,
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