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Tuesday, December 8, 2015

नज़राना

वुसअतें आफताब की गुलों पर महरबां रहे ;
तनवीर ही तनवीर हो जहां में हम जहाँ रहे ! 

हर फन के ख्वाब की ताबीर हो कायदा रहे ;  
पहलू में जन्नत हो दिल सदा रक्साँ रहे !

ज़र्रा ज़र्रा सुनाता रहे कहानी मिरे इश्क की ;
 मैं तेरा दीवाना रहूँ  और तू सदा जवां रहे !

हर नफ़स हमनफ़स हमकदम हमदम हर दम ;
फस्ल- ए -ग़ुल रहे क़मर हो सदा कहकशां रहे !

इससे पहले भी हम कई बार मिले हैं ''तनु '';
नसीम चमन में, कुर्ब हो, सदा नज़राना रहे !.... तनुजा ''तनु ''

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