कैसा वसंत ?
अपसंस्कृति कैसी कुशिक्षा जन जन में ?
कैसा वसंत ? आधे नहीं वसन तन में
तन उजले मन काले भूले सदाचार , ,,
देख, कामिनी झुलस गयी जीवन वन में !!.... तनुजा ''तनु ''
अपसंस्कृति कैसी कुशिक्षा जन जन में ?
कैसा वसंत ? आधे नहीं वसन तन में
तन उजले मन काले भूले सदाचार , ,,
देख, कामिनी झुलस गयी जीवन वन में !!.... तनुजा ''तनु ''
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