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Saturday, February 20, 2016

ख़्वाब

नैन नगर के बाशिंदे कुढ़ गए ;
ख़्वाब के सारे परिंदे उड़ गए !

चैन से सोऊँ कहाँ है ये मुमकिन   , ,,
जालिम जलील दरिंदे जुड़ गए !! 

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