ख़्वाब
नैन नगर के बाशिंदे कुढ़ गए ;
ख़्वाब के सारे परिंदे उड़ गए !
चैन से सोऊँ कहाँ है ये मुमकिन , ,,
जालिम जलील दरिंदे जुड़ गए !!
नैन नगर के बाशिंदे कुढ़ गए ;
ख़्वाब के सारे परिंदे उड़ गए !
चैन से सोऊँ कहाँ है ये मुमकिन , ,,
जालिम जलील दरिंदे जुड़ गए !!
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