ख़्वाब
नैन नगर के बाशिंदे जुड़ गए ;
ख़्वाब के सारे परिंदे उड़ गए !
गीत गायें, बुलबुलें नाचें चमन ;
प्रीत लेने ''प्रेम परिंदे'' खुद गए ...
चैन से सोऊँ यही है चाह इक , ,,
पाप से डर सारे दरिंदे मुड़ गए !!
बस्तियाँ हैं चाह की कुछ दूर पर ;
लो खुदा के नुमाइंदे उमड़ गए !!
दहकता दिल है जज़्बात प्यार के ;
रंग रसिया ले, साजिन्दे जुड़ गए !!..... तनुजा ''तनु ''
नैन नगर के बाशिंदे जुड़ गए ;
ख़्वाब के सारे परिंदे उड़ गए !
गीत गायें, बुलबुलें नाचें चमन ;
प्रीत लेने ''प्रेम परिंदे'' खुद गए ...
चैन से सोऊँ यही है चाह इक , ,,
पाप से डर सारे दरिंदे मुड़ गए !!
बस्तियाँ हैं चाह की कुछ दूर पर ;
लो खुदा के नुमाइंदे उमड़ गए !!
दहकता दिल है जज़्बात प्यार के ;
रंग रसिया ले, साजिन्दे जुड़ गए !!..... तनुजा ''तनु ''
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