ख़्वाब
नैन नगर के बाशिंदे कुढ़ गए ;
ख़्वाब के सारे परिंदे उड़ गए !
चैन से सोऊँ कहाँ है मुमकिन' ये , ,,
जालिम जलील दरिंदे जुड़ गए !!
तरस जाए है मकीन कहाँ मकां ;
राह मुश्किल, कारिंदे निचुड़ गए !!
बस्तियाँ हैं चाह की कुछ आग में ;
लो खुदा के नुमाइंदे उजड़ गए !!
दहकते दिल के जज़्बात रोक लो ;
साज टूटा के साजिन्दे बिछुड़ गए !!,,,तनुजा ''तनु ''
नैन नगर के बाशिंदे कुढ़ गए ;
ख़्वाब के सारे परिंदे उड़ गए !
चैन से सोऊँ कहाँ है मुमकिन' ये , ,,
जालिम जलील दरिंदे जुड़ गए !!
तरस जाए है मकीन कहाँ मकां ;
राह मुश्किल, कारिंदे निचुड़ गए !!
बस्तियाँ हैं चाह की कुछ आग में ;
लो खुदा के नुमाइंदे उजड़ गए !!
दहकते दिल के जज़्बात रोक लो ;
साज टूटा के साजिन्दे बिछुड़ गए !!,,,तनुजा ''तनु ''
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